काशी का मिनी सदन बन गया जंग का अखाडा
https://www.shirazehind.com/2013/11/blog-post_8970.html
वाराणसी. देश की संसद में आपने हंगामे के दौरान सांसदों के बीच
कहा सुनी और हाथापाई होते हुए जरुर देखा होगा। कुछ ऐसा ही नजारा काशी की
मिनी सदन (नगर निगम) में आज दिखा। ऐसा नजारा जिसने संविधान के नियमों को भी
शर्मसार कर दिया।
सदन की कार्यवाही जब दोपहर में शुरू हुई उसी समय से पार्षदों ने जमकर
हंगामा कर दिया। मेयर के सामने ही उनकी कुर्सी तक पहुंचकर पार्षदों ने जमकर
हंगामा किया। एक दूसरे पर कुर्सियां उछाली गई, मारपीट की गई। महिला
पार्षदों ने भी मेजों को उठा-उठा कर फेंका।
पार्षदों का कहना था कि बिना किसी सूचना और बिना किसी एजेंडे के आज नगर
प्रमुख ने मिनी सदन बुला ली जो कि गलत है। इसलिए आज पार्षदों ने अपनी
नाराजगी जताई है। हंगामा यही शांत नहीं हुआ बल्कि आक्रोशित पार्षद एक-एक
करके सदन में हंगामा करने लगे। कुछ समय के लिए काशी का मिनी सदन जंग का अखाडा बन गया। बड़ी मुश्किल से मेयर
साहब अपनी जान बचाकर सदन से भाग निकले। पार्षदों ने सदन में लगे कई माइकों
को भी तोड़ दिया। मौके की नजाकत को देखते हुए पुलिस को खबर कर दी गई।
वहीं मेयर राम गोपाल मोहले का कहना है कि यह सदन की गरिमा के खिलाफ
है। पार्षद वरुण ने बताया बिना सूचना के अचानक सदन की बैठक बुला लेना उचित
नहीं था।