जौनपुर में हुआ तुलसी विवाह
https://www.shirazehind.com/2013/11/blog-post_8764.html
जौनपुर : प्रबोधिनी एकादशी के पर्व पर बुधवार को जगह-जगह तुलसी विवाह का
आयोजन किया गया। इसके साथ ही भगवान विष्णु को गन्ना, कन्दा और सिंघाड़ा
चढ़ाकर विधिवत पूजा की गई। भगवान विष्णु आज के ही दिन से क्षीर सागर में
जाग गए और अब शुभ कार्य विवाह-शादी आदि भी शुरू करने का मुहूर्त प्रारंभ हो
गया।
विभिन्न मंदिरों और मठों के साथ ही महिलाओं ने अपने घरों में गन्ने का मंडप बनाया। वहां विधिवत तुलसी विवाह का आयोजन कर मंगल गीत तो गाये ही मंत्रोच्चारण कर सुमंगल की मनौती मांगी। उधर किसानों ने भी गन्ने के खेत से थान काटकर अपने घर ले गये और विधिवत पूजा की। आज से नए गुड़ का भी उपयोग शुरू कर दिया गया। गांवों में लोगों ने बड़ों को परंपरागत ढंग से 'पैलगी' (पांव छूकर) आशीर्वाद लिया। जिन लोगों ने दीपावली के अवसर पर दीपोत्सव नहीं मनाया था, उन्होंने आज मनाई। अट्टालिकाएं सजीं और भगवान तथा मां लक्ष्मी और गणेश को विधिवत व्यंजन चढ़ाए गए। इस पर्व को लेकर लोगों में विशेष उत्साह देखा गया।
बदलापुर में प्रबोधिनी एकादशी पर किसानों ने खेत में गन्ने की गांठ बांधकर जल, अक्षत, फूल, आभूषण आदि से भगवान विष्णु का विधि-विधान से पूजन किया। गांवों में जगह-जगह सत्य नारायण कथा, राम चरित मानस पाठ का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर देव दीपावली होने के नाते लोगों ने अपने घरों को सजाया।
मुफ्तीगंज इलाके के शिव नगर, बेलांव, मुफ्तीगंज, देवकली आदि बाजारों में जगह-जगह गन्ने का पूजन किया गया। पर्व के चलते सिंघाड़ा, गन्ना आदि की दुकानें सजीं रहीं।
विभिन्न मंदिरों और मठों के साथ ही महिलाओं ने अपने घरों में गन्ने का मंडप बनाया। वहां विधिवत तुलसी विवाह का आयोजन कर मंगल गीत तो गाये ही मंत्रोच्चारण कर सुमंगल की मनौती मांगी। उधर किसानों ने भी गन्ने के खेत से थान काटकर अपने घर ले गये और विधिवत पूजा की। आज से नए गुड़ का भी उपयोग शुरू कर दिया गया। गांवों में लोगों ने बड़ों को परंपरागत ढंग से 'पैलगी' (पांव छूकर) आशीर्वाद लिया। जिन लोगों ने दीपावली के अवसर पर दीपोत्सव नहीं मनाया था, उन्होंने आज मनाई। अट्टालिकाएं सजीं और भगवान तथा मां लक्ष्मी और गणेश को विधिवत व्यंजन चढ़ाए गए। इस पर्व को लेकर लोगों में विशेष उत्साह देखा गया।
बदलापुर में प्रबोधिनी एकादशी पर किसानों ने खेत में गन्ने की गांठ बांधकर जल, अक्षत, फूल, आभूषण आदि से भगवान विष्णु का विधि-विधान से पूजन किया। गांवों में जगह-जगह सत्य नारायण कथा, राम चरित मानस पाठ का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर देव दीपावली होने के नाते लोगों ने अपने घरों को सजाया।
मुफ्तीगंज इलाके के शिव नगर, बेलांव, मुफ्तीगंज, देवकली आदि बाजारों में जगह-जगह गन्ने का पूजन किया गया। पर्व के चलते सिंघाड़ा, गन्ना आदि की दुकानें सजीं रहीं।