मुस्लिम महिला महा सम्मलेन के मुख्य अथिति होंगे संघ प्रमुख
https://www.shirazehind.com/2013/11/blog-post_723.html
वाराणसी. मुस्लिम महिला फाउंडेशन ने काशी में पूरे पूर्वांचल
की सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं को उनके अधिकार को लेकर महा सम्मलेन में बुलाया
है। दिलचस्प बात यह है कि मुस्लिम महिला फाउंडेशन के साथ कुछ महीनों पहले
संघ के प्रमुख सदस्य और थिन टैंक इंद्रेश कुमार ने भी काशी में गुप्त बैठक
की थी।
1 दिसंबर को पराड़कर भवन में होने वाली मुस्लिम महिला महा सम्मलेन में
भी मुख्य अथिति संघ के प्रमुख सदस्य इंद्रेश कुमार ही रहेंगे। उनको
नरेन्द्र मोदी का करीबी भी बताया जाता है। ऐसे में मुस्लिम महिलाओं और
संगठनों के साथ संघ की बढ़ रही नजदीकी किसी और ही बात का संकेत दे रही है।
खास बात इस सम्मलेन की यह भी होगी कि मीडिया को छोड़कर यहां पुरूषों का
प्रवेश वर्जित रहेगा। साथ ही इंद्रेश कुमार का नाम देश में ख्वाजा
मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह परिसर में वर्ष 2007 में हुए बम धमाके में
सामने आया था।
नाजनीन अंसारी ने बताया कि मुस्लिम महिलाएं तालीम से हमेशा दूर रह जाती
हैं। कार्यक्रम में इंद्रेश जी को इसलिए बुलाया गया है क्योंकि वह मुस्लिम
राष्ट्रीय मंच के मार्ग दर्शक हैं। देश में पहली बार मुस्लिम महिलाओं का
ऐसा कार्यक्रम हो रहा हैं जिसका निर्धारण उन्होंने खुद किया है। तीन सौ से
ऊपर महिलाओं का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। मुस्लिम महिलाओं की तालीम, तरक्की
और हक़ को लेकर कार्यक्रम में संघ के सदस्य इंद्रेश कुमार चीफ गेस्ट होंगे।
आगे उन्होंने बताया कि मिर्जापुर,भदोही, गाज़ीपुर,चंदौली, सोनभद्र, मऊ और
बलिया आदि तमाम जिलों से मुस्लिम महिलाएं आएंगी। वहीं संघ के प्रचारक
इंद्रेश कुमार कई बार विवादों में भी घिरे रह चुके हैं। 14 से 16 दिसंबर तक
महराष्ट्र में भी मुस्लिम महिलाओं का सम्मलेन होना हैं जिसमें मुस्लिम
महिला फाउंडेशन के मेंबर शिरकत करेंगी।
अंसारी ने कहा कि इंद्रेश कुमार को विवादित कहना ठीक नहीं है। सम्मेलन में केवल मुस्लिम महिलाएं और चीफ गेस्ट रहेंगे। पुरुषों को कार्यक्रम से दूर रखा गया है। यूपी में पूर्वांचल पर मानो संघ की नजरे टिकी हैं। वह भी उन मुस्लिम क्षेत्रो में जो काफी पिछड़े हुए हैं। ऐसे में प्रचारक और अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल संघ के प्रमुख सदस्य इंद्रेश कुमार कि मुस्लिम संगठनों से बढ़ती नजदीकियां चिंता का सबब बन सकती हैं। अब तक संघ की विचारधारा को मुस्लिम विचार धारा से अलग माना जाता रहा है। देश में मोदी की बढ़ती लोकप्रियता पहले ही दूसरी पार्टियों के लिए चिंता का सबब बन चुकी हैं। अब मोदी के करीबी माने जाने वाले इंद्रेश कुमार कि मुसलमानों से बढ़ती नजदियां कुछ और ही संकेत दे रही हैं।
अंसारी ने कहा कि इंद्रेश कुमार को विवादित कहना ठीक नहीं है। सम्मेलन में केवल मुस्लिम महिलाएं और चीफ गेस्ट रहेंगे। पुरुषों को कार्यक्रम से दूर रखा गया है। यूपी में पूर्वांचल पर मानो संघ की नजरे टिकी हैं। वह भी उन मुस्लिम क्षेत्रो में जो काफी पिछड़े हुए हैं। ऐसे में प्रचारक और अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल संघ के प्रमुख सदस्य इंद्रेश कुमार कि मुस्लिम संगठनों से बढ़ती नजदीकियां चिंता का सबब बन सकती हैं। अब तक संघ की विचारधारा को मुस्लिम विचार धारा से अलग माना जाता रहा है। देश में मोदी की बढ़ती लोकप्रियता पहले ही दूसरी पार्टियों के लिए चिंता का सबब बन चुकी हैं। अब मोदी के करीबी माने जाने वाले इंद्रेश कुमार कि मुसलमानों से बढ़ती नजदियां कुछ और ही संकेत दे रही हैं।