सोनभद् में पुलिस ने दिखाई मर्दानगी ?
https://www.shirazehind.com/2013/11/blog-post_6516.html
सोनभद्र. ओबरा थाने पर सुबह से ही सैकड़ों नाराज ग्रामीण इकठ्ठा हो गए।
ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के कुछ लोगों को पुलिस जबरदस्ती फर्जी मुकदमे
में फंसाकर थाने ले आई है। नाराज ग्रामीणों ने पुलिस स्टेशन पर पथराव भी
शुरू कर दिया। मौके कि नजाकत को देखते हुए कई थानों कि फ़ोर्स बुलाई गई है।
फिलहाल ग्रामीण थाने का घेराव किए हुए हैं, उनकी मांग हैं जिन लोगों को
फर्जी फंसाया गया है उन्हे जल्दी छोड़ा जाए। फिर क्या था देखते ही देखते
नाराज ग्रामीण पुलिस पर पथराव करने लगे। कई थानों से पहुंची फ़ोर्स को मानों
मौका मिल गया।
पुलिस ने दबंगई कि कहानियां लिख दी, आते जाते जो भी राहगीर मिला उनपर भी
लाठियां बरसायी गई। किसी को गुस्से में पुलिस वाले बाजू में भरकर आधा
किलोमीटर तक घसीटते हुए पीटते नजर आए।
ग्रामीणों और पुलिस के बीच चल रहे विवाद में ओबरा डिग्री कालेज के छात्र,
राजनितिक पार्टियां और स्थानीय लोग भी धीरे-धीरे शामिल हो गए। पुलिसियां
तांडव से ओबरा थाने के
बाहर कई लोग रुबरु हुए। मनोज ने बताया वह रास्ते से गुजर रहे थे उपद्रवी
हंगामा कर भाग चुके थे। पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया और बाजुओं में भरकर काफी
दूर तक घसीटा। वह चिल्लाते रहे कि उनका इस विवाद से कोई लेना देना नहीं है।
इस दौरान एक पुलिस वाले ने उनपर लाठियां बरसानी शुरू कर दी।
छात्र नेता विजय सिंह ने बताया कि पुलिस तानाशाह बनकर लाठियां निर्दोषों पर
चला रही थी। महिलाओं को भी पिटा गया है। फर्जी मुक़दमे में ग्रामीणों को
फंसाया जा रहा है। तनाव इलाके में व्याप्त हैं। पुलिस का कहना है मामले कि
जांच चल रही हैं। जिन लोगों को पकड़ा गया हैं वह निर्दोष हैं तो छोड़ दिया
जाएगा।