माँ , बाप ने ही किया था आरुषी का क़त्ल , हो सकती है फांसी
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कई उतार-चढ़ावों से गुजरते हुए आरुषि-हेमराज मर्डर केस करीब साढ़े पांच साल बाद अपने अंजाम को पहुंचा है। सीबीआई कोर्ट ने पिता राजेश तलवार और मां नूपुर तलवार को आरुषि के कत्ल का दोषी ठहरा दिया है। इन्हें सजा मंगलवार को सुनाई जाएगी। सोमवार को जैसे ही कोर्ट में उन्हें दोषी ठहराया गया, वे रोने लगे।
आरुषि-हेमराज मर्डर मिस्ट्री की
जांच करने वाले सीबीआई के एएसपी एजीएल कौल ने कोर्ट में घटना का ब्योरा
बयां करते हुए कहा था, '16 मई, 2008 की दरमियानी रात। नोएडा के जलवायु
विहार स्थित फ्लैट में डॉ. राजेश तलवार टहल रहे थे। अचानक उन्हें अजीब
आवाजें सुनाई देने लगीं। वह अपने नौकर हेमराज के कमरे की तरफ गए। वह वहां
नहीं मिला। उनका माथा ठनका। वह अपनी इकलौती बेटी आरुषि के कमरे की तरफ
भागे। आवाजें वहीं से आ रही थीं। दरवाजा अंदर से बंद नहीं था। धक्का देकर
दरवाजा खोला, तो दंग रह गए। कमरे में बेटी आरुषि नौकर हेमराज के
साथ बिस्तर पर आपत्तिजनक हालत में थी। बाप ने आपा खो दिया। घर में रखे
गोल्फ स्टिक से दोनों पर करारा वार किया। हेमराज और आरुषि का सर फट गया।
दोनों की मौत हो गई।'
यह मर्डर मिस्ट्री देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई के लिए भी बड़ी
पहेली रही और एक समय बिना किसी निष्कर्ष पर पहुंचे सीबीआई ने मामले में
क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी थी। लेकिन कोर्ट के कड़े रुख के चलते सीबीआई
को नए सिरे से जांच करनी पड़ी और मामला अंजाम तक पहुंचाया जा सका।