प्रतियोगिता को कम्पटीशन नहीं, प्रेरणास्रोत कार्य मानना चाहियेः डा. वीपी सिंह
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जौनपुर। खेल हो या प्रतियोगिता, इसे कम्पटीशन न समझकर प्रेरणास्रोत कार्य माना जाना चाहिये, क्योंकि खेल या प्रतियोगिता से खिलाडि़यों एवं प्रतिभागियों के अंदर छिपी प्रतिभा निखरकर बाहर आती है। वैसे तो प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय ही चयनित किये जाते हैं लेकिन शेष प्रतिभागियों को चाहिये कि वे निराश न होकर जीतने वालों से प्रेरणा लेनी चाहिये और भविष्य में इससे अच्छा करने के लिये लग जाना चाहिये। उक्त बातें श्री संकट मोचन संकठन के बैनर तले नखास स्थित गोपी घाट पर आयोजित रंगोली एवं नौका दौड़ प्रतियोगिता में अव्वल आये प्रतिभागियों को सम्मानित करने के बाद डा. विनोद प्रसाद सिंह अभिनेता/निर्माता हिन्दी फीचर फिल्म ‘गार्जियन्स’ ने बतौर मुख्य अतिथि कही। इस मौके पर उन्होंने आयोजन समिति, सहयोगियों सहित स्वयं प्रतिभागियों को अलग-अलग ढंग से पुरस्कृत किया। इसी क्रम में भाजपा एवं व्यापार मण्डल के पदाधिकारी पंकज जायसवाल और लायंस क्लब ‘पवन’ के अध्यक्ष ला. पवन जायसवाल ने कहा कि किसी भी खेल या प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेनी चाहिये, क्योंकि इसी के चलते बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा निखरेगी और वे आगे चलकर नाम रोशन करेंगे। जायसवालद्वय ने भी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। पुरस्कार वितरण समारोह का संचालन पत्रकार रामजी जायसवाल ने किया जबकि आगंतुकों के प्रति आभार रविन्द्र कुमार व सूरज निषाद ने संयुक्त रूप से जताया। इस दौरान आयोजन समिति के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने नौका दौड़ प्रतियोगिता के विजेता प्रकाश निषाद को साइकिल देकर सम्मानित किया।