दीपावली में चांदी की मछली पूंजने से घर में वास करती है लक्ष्मी
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बुंदेलखंड की पहचान की कड़ी में एक नाम और है यहां बनने वाली चांदी की
मछली। यहां बनने वाली मछली की मांग देशी बाज़ार में ही नहीं बल्कि विदेशी
मार्केट में भी खूब है। जानकरों कि माने तो हमीरपुर की दीपावली बगैर इस
मछली के नहीं मनाई हाती है।
दीपावली के करीब दो महीने पहले से हमीरपुर जिले के कई गांवों और
हमीरपुर शहर में चांदी की मछली बनाने का काम शुरू हो जाता है। यहां बनने
वाले चांदी कि मछली की मांग देशभर में है। इसको लेकर हमीरपुर में धूम मच
जाती है। देखने वालो को पहली नजर में अपना दीवाना बना लेने वाली जिन्दा सी
दिखने वाली यह मछली शुद्ध चांदी से बनती है।इसके कारोबारी राजकुमार सोनी के अनुसार दिवाली आते ही इसकी मांग अच्छी खासी
बढ़ जाती है। चांदी की मछली से बाजार पट जाता है। यहां हर साइज और भार के
हिसाब से चांदी की मछली बनाई जाती है। साथ ही यहां फरमाइश के हिसाब से भी
मछली बनाई जाती है। खुबसूरत और दिलकश मछलियां तो यहां पूरे साल बिकती है। लेकिन दीपावली के
मौके पर इसकी मांग में दुगने से भी ज्यादा बढ़ जाती है। लोकल बाज़ार के
साथ-साथ देशभर के बड़े-बड़े सर्राफा बाज़ारों में भी बढ़ जाती है। पिछले पंद्रह सालों से इसे बनाने वाले कारीगर राजेन्द्र सोनी कि माने तो यह पूरा काम कच्चा है और मांग पर टिका है।