रहने को घर नहीं फिर भी सारा जमाना हमारा है , पढ़िए रन मशीन पृथ्वी की कहानी
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मुंबई के सांताक्रूज में एक कमरे का मकान और कारखानों से रेडिमेड
कपड़े लेकर मुंबई की दुकानों में बेचकर अपनी रोजी-रोटी चलाने वाले पंकज शाह
के लिए बुधवार दिन काफी खास था। उनके 15 साल के बेटे पृथ्वी शॉ ने उसी हैरिस शील्ड स्कूली क्रिकेट में 546 रन बना कर धमाका किया, जिसमें कभी सचिन तेंडुलकर ने विनोद कांबली के साथ 664 रन की वर्ल्ड रिकॉर्ड पार्टनशिप की थी।
1988 में इस टूर्नामेंट में सचिन ने उस वक्त 326 रन बनाए थे।
तब उनकी उम्र 14 साल 10 माह थी। पृथ्वी भी अभी 14 साल के हैं। खास बात यह
कि पृथ्वी ने उसी आजाद मैदान पर यह पारी खेली, जिस पर सचिन-कांबली ने
रिकॉर्ड साझेदारी की थी। पृथ्वी शॉ रिजवी स्प्रिंगफील्ड के लिए खेल रहे थे।
कहा कि हर जगह पृथ्वी की
बात हो रही है, काफी खुश हूं, लेकिन चाहता हूं कि आगे भी वह ऐसे ही खेलता
रहे। बेटे को बड़ा क्रिकेटर बनाने के लिए पंकज ने हर मुश्किल चुनौती से पार
पाया। पृथ्वी जब 4 साल के थे, तब उनकी मां चल बसीं, तो पंकज ने दूसरी शादी
नहीं की।
पृथ्वी को सुबह ट्रेनिंग और स्कूल भेजने से लेकर रात का खाना बनाना पंकज की
दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। विरार से 70 किलोमीटर दूर कभी आजाद मैदान,
तो कभी किसी मैदान में मैच खेलने ले जाना, फिर विरार से 4 साल पहले
सांताक्रूज में शिफ्ट करना, बस इसी मुहिम का हिस्सा था कि बेटे को कोई
मुश्किल नहीं आनी चाहिए। सुबह 7 से 9 सांताक्रूज में और शाम को 3 से 6
एमआईजी मैदान में पृथ्वी बिनी किसी चिंता के अपनी प्रैक्टिस करता है। पंकज
ने बताया कि सांताक्रूज से पृथ्वी का रिजवी स्प्रिंगफील्ड स्कूल महज कुछ ही
मिनटों की दूरी पर है। किसी कॉर्पोरेटर ने उन्हें फ्री में रहने के लिए एक
कमरा दिया और वह इसी में गुजारा करते हैं। पृथ्वी की ट्रेनिंग पर हर महीने 10 हजार रुपए का खर्चा होता है। लेकिन पंकज
को कोई चिंता नहीं और वे शाम तक ज्यादा से ज्यादा दुकानों पर कपड़े सप्लाई
कर पैसा जमा करने की कोशिश करते हैं। बकौल पंकज मेहनत ज्यादा करनी पड़ती
है, ताकि उसे कोई कमी नहीं आए। क्या पृथ्वी सचिन से मिला है कभी..? इस पर
पंकज ने बताया कि 5 साल पहले सचिन बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में थे, तो
पृथ्वी भी वहां प्रैक्टिस कर रहा था। तभी सचिन से उसकी मुलाकात हुई थी, तब
मैं साथ नहीं था, लेकिन शाम को घर आकर पृथ्वी ने बताया था और वह काफी खुश
था।' सचिन पृथ्वी का खेल देखकर काफी प्रभावित हुए थे और उन्होंने उसे
भविष्य में मदद करने का भरोसा भी दिया था। पंकज का कहना है कि सचिन ने
पृथ्वी को कुछ टिप्स दिए जिनकी बदौलत आज वह इस मुकाम पर है।
इंग्लैंड काउंटी क्रिकेट के पूर्व खिलाड़ी जूलियन वुड ने सबसे पहले
पृथ्वी की प्रतिभा को पहचाना। पांच साल पहले एक मैच में उन्होंने पृथ्वी को
73 रन बनाते देखा। उन्होंने तभी कह दिया था कि यह लड़का ‘वेरी वेरी
स्पेशल’ है। जूलियन जेडब्ल्यू अकादमी के संस्थापक हैं। उन्होंने पृथ्वी के
पिता से कहा कि यदि आपका बेटा इंग्लैंड में आकर क्रिकेट खेलना चाहता है तो
मैं स्पांसर करने को तैयार हूं। इसमें गजब की प्रतिभा है जिसके कारण वह
पांच साल के अंदर विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बन सकता है।' पृथ्वी अब दो
साल से इंग्लैंड जा रहे हैं जहां वे ग्लॉस्टरशायर और मैनचेस्टर की जूनियर
टीम की ओर से खेलते हैं। पृथ्वी अंडर-16 मुंबई टीम के कप्तान भी हैं। नौंवी क्लास के स्टूडेंट पृथ्वी को बुधवार को ही महाराष्ट्र के अंडर-16
टीम का कप्तान बनाया गया। उनका 546 रन का रिकॉर्ड दुनिया में तीसरे नंबर पर
आएगा। इससे पहले 1899 में इंग्लैंड में एईजे कॉलिन्स ने 628 रन की पारी
खेली है। 1901 में सीजे ऐंडी ने 566 रन बनाए थे।
पृथ्वी ने रिजवी स्प्रिंगफील्ड के ही अरमान जाफर द्वारा 2010 में बनाए गए स्कूल क्रिकेट में बनाए गए रिकार्ड (498) को भी तोड़ दिया। हैरिस शील्ड में अब तक के टॉप 3 स्कोरर रिजवी स्प्रिंगफील्ड से ही रहे हैं। इससे पहले अरमान जाफर (15 साल) ने 2010 में गाइल्स शील्ड में 498 का स्कोर बनाया था। उसी साल फरवरी में अरमान ने हैरिस शील्ड में 473 रन बनाए। अरमान इस वक्त मुंबई की अंडर-19 टीम का हिस्सा हैं और रणजी के संभावितों में भी उनका नाम है। अरमान क्रिकेटर वसीफ जाफर के भतीजे हैं।
अरमान के अलावा रिजवी स्कूल के सरफराज खान (16 साल) ने महज 12 साल की उम्र में हैरिस शील्ड के लिए डेब्यू किया था और 439 रन बनाए थे। भारत की अंडर-19 टीम की तरफ से खेलते हुए सरफराज ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक शतक भी जड़ा है। वह वेस्ट जोन अंडर-19 का हिस्सा हैं और मुंबई रणजी के संभावितों में भी उनका नाम है।
पृथ्वी ने रिजवी स्प्रिंगफील्ड के ही अरमान जाफर द्वारा 2010 में बनाए गए स्कूल क्रिकेट में बनाए गए रिकार्ड (498) को भी तोड़ दिया। हैरिस शील्ड में अब तक के टॉप 3 स्कोरर रिजवी स्प्रिंगफील्ड से ही रहे हैं। इससे पहले अरमान जाफर (15 साल) ने 2010 में गाइल्स शील्ड में 498 का स्कोर बनाया था। उसी साल फरवरी में अरमान ने हैरिस शील्ड में 473 रन बनाए। अरमान इस वक्त मुंबई की अंडर-19 टीम का हिस्सा हैं और रणजी के संभावितों में भी उनका नाम है। अरमान क्रिकेटर वसीफ जाफर के भतीजे हैं।
अरमान के अलावा रिजवी स्कूल के सरफराज खान (16 साल) ने महज 12 साल की उम्र में हैरिस शील्ड के लिए डेब्यू किया था और 439 रन बनाए थे। भारत की अंडर-19 टीम की तरफ से खेलते हुए सरफराज ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक शतक भी जड़ा है। वह वेस्ट जोन अंडर-19 का हिस्सा हैं और मुंबई रणजी के संभावितों में भी उनका नाम है।