दीपों का त्योहार दीपावली , चहुंओर खुशिया
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जौनपुर: दीपावली पर्व की पूर्व संध्या पर नगर व ग्रामीणांचलों में भव्य सजावट की गई है। शाम होते ही विद्युत झालरों की रोशनी से आशियाना व प्रतिष्ठान जगमगा गए हैं। पर्व के चलते बाजारों में दिनभर चहल-पहल रही।
दीपों के पर्व की तैयारी एक सप्ताह पूर्व ही शुरू हो गई थी। घरों की रंगाई-पुताई के साथ ही साफ-सफाई किया गया। धनतेरस से नगर व ग्रामीणांचलों में चहल-पहल बढ़ गई है। पूर्व संध्या पर आशियाना, विद्यालय भवनों व प्रतिष्ठानों की भव्य सजावट की गई है। शाम होते ही झालरों की रोशनी आकर्षक छठा बिखेर रही है।
दूसरी तरफ युवकों ने पटाखा छोड़ने की पूरी तैयारी कर लिया है। प्रशासन ने भी लाइसेंस जारी कर राज कालेज तथा बीआरपी के मैदान पर पटाखों की दुकान लगवा दिया है।
प्रशासन द्वारा इस बात पर एहतियात बरता जा रहा है कि पटाखों से किसी भी तरह की क्षति न होने पाए। इसलिए घनी आबादी वाले इलाकों में इसकी दुकान लगाने को प्रतिबंधित कर दिया गया है। सरकारी अस्पतालों में जहां आकस्मिक चिकित्सा के उपाय किए गए हैं वहीं अग्निशमन विभाग की गाड़ियां भी कहीं से भी आग लगने की सूचना पर पहुंचने के लिए तैयार रहेंगी। इस तरह का दावा विभाग द्वारा किया गया है।
पाव पाव दीपावली, शुभकामना अनेक |
जवाब देंहटाएंवली-वलीमुख अवध में, सबके प्रभु तो एक |
सब के प्रभु तो एक, उन्हीं का चलता सिक्का |
कई पावली किन्तु, स्वयं को कहते इक्का |
जाओ उनसे चेत, बनो मत मूर्ख गावदी |
रविकर दिया सँदेश, मिठाई पाव पाव दी ||
वली-वलीमुख = राम जी / हनुमान जी
पावली=चवन्नी
गावदी = मूर्ख / अबोध