काशी में लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई डूबकी
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वाराणसी. कार्तिक पूर्णिमा के पर्व पर काशी में लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में डूबकी लगाई। गंगा घाट पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ से पटा रहा। अस्सी से लेकर वरुणा तक के सभी घाटों पर सिर्फ स्नान और पूजन का क्रम चलता रहा। दशाश्वमेघ घाट और आस-पास के घाटों पर ज्यादा भीड़ रही।
कार्तिक पूर्णिमा का स्नान करने दूर दराज क्षेत्रों से आए दर्शनार्थियों और स्नानार्थियों की भीड़ से पूरा शहर भरा रहा। मान्यता है कि इस दिन स्वर्ग लोक के देवगन काशी में मौजूद रहते हैं।
पं कमलेश चौबे ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के स्नान की मान्यता है कि मनुष्य अपने जीवन काल में किए पापों के प्रायश्चित करना चाहता है तो कार्तिक पूर्णिमा के दिन पतित पावनी मां गंगा में अवश्य गोते लगाए।
कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान करने और दान देने का विशेष महत्त्व है। गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं ने सभी के लिए सुख समृद्धि की कामना करते हुए भगवान से प्रार्थना किया।
सूर्य की पहली किरण के साथ हर कोई मां गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमाना चाहता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन विशेष फलदायक है, इस दिन जो भी भक्त सच्चे मन और विश्वास के साथ मां गंगा का स्नान करता है उनकी सभी मनोकामनाएं जरूर पूरी होती हैं।