कोहरे की तनी चादर, पारा लुढ़कने से बढ़ी ठंड
https://www.shirazehind.com/2013/11/blog-post_1193.html
जौनपुर: मौसम में अचानक बदलाव आने से ठंड बढ़ गई है। सुबह नौ बजे तक
आसमान में कोहरा छाए रहने से जहां सड़कों पर सन्नाटा रहा वहीं रोडवेज बसों
का संचालन भी प्रभावित रहा। फसलों में रोग लगने की आशंका से किसान परेशान
हैं।
नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में अचानक मौसम ने पलटी खाया। शुक्रवार की सुबह अचानक आसमान को पूरी तरह से कोहरे ने घेर लिया। इसके चलते सुबह स्कूल जाने वाले छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं पारा लुढ़कने से ठंड भी बढ़ गई है। दूसरी तरफ मौसम में नमी बढ़ने से अगेती आलू, मटर आदि फसलों में रोग लगने की संभावना बढ़ गई है।
कृषि विज्ञानी डा.टीएन सिंह ने कहा कि मौसम में अचानक आए परिवर्तन को देखते हुए किसान सतर्क हो जाएं। अगेती आलू की फसल में झुलसा रोग और सब्जी मटर में बुकनी रोग लगने की संभावना बढ़ गई है। सलाह दिया कि खेतों में नमी बनाए रखने के साथ ही झुलसा रोग से बचाव के लिए रिडोमिल दो ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।
नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में अचानक मौसम ने पलटी खाया। शुक्रवार की सुबह अचानक आसमान को पूरी तरह से कोहरे ने घेर लिया। इसके चलते सुबह स्कूल जाने वाले छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं पारा लुढ़कने से ठंड भी बढ़ गई है। दूसरी तरफ मौसम में नमी बढ़ने से अगेती आलू, मटर आदि फसलों में रोग लगने की संभावना बढ़ गई है।
कृषि विज्ञानी डा.टीएन सिंह ने कहा कि मौसम में अचानक आए परिवर्तन को देखते हुए किसान सतर्क हो जाएं। अगेती आलू की फसल में झुलसा रोग और सब्जी मटर में बुकनी रोग लगने की संभावना बढ़ गई है। सलाह दिया कि खेतों में नमी बनाए रखने के साथ ही झुलसा रोग से बचाव के लिए रिडोमिल दो ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।