बुद्ध की अस्थियों के दर्शन करने के लिए विदेशों से आते हैं श्रद्धालु
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वाराणसी. सारनाथ में भगवान बुद्ध की अस्थियों के दर्शन करने के
लिए कार्तिक पूर्णिमा के दिन हजारों की भीड़ उमड़ी। कार्तिक पूर्णिमा के
दिन भगवान के अस्थि कलश को मूल गंध कुटीर विहार मंदिर में सजाया जाता है।
इसके दर्शन को भारत ही नहीं बल्कि थाईलैंड, बैंककाक, आस्ट्रेलिया,
जापान, ब्रिटेन, मलेशिया और सिंगापूर समेत कई देशों के लोग आते हैं।
भगवान बुद्ध की अस्थियों को लेकर एएसआई के प्रश्न चिन्हों पर विराम
लगाते हुए काशी सारनाथ स्थित बौद्ध मंदिर मूलगंद कुटी विहार में हो रहे
हैं। भगवान बुद्ध की अस्थियों के दर्शन कार्तिक पूर्णिमा के सायं काल तक
चलेंगे। प्रमुख धर्म गुरु पी सिवली भंते ने बताया कि सारनाथ स्थित बौद्ध मठ जिसे
मूलगंध कुटी विहार के नाम से जाना जाता हैं। यहां भगवान् बुद्ध का मंदिर आज
से 82 वर्ष पहले कार्तिक पूर्णिमा के दिन बनाया गया था। तभी आज के दिन से हर वर्ष 1931 में ब्रिटिश सरकार द्वारा दिए गए नागार्जुन
कोंडा से मिले भगवान् बुद्ध की अस्थियों के दर्शन कराए जाते हैं।