दे हौसला इतना मुझको मेरे मालिक
https://www.shirazehind.com/2013/10/blog-post_8480.html
चिराग के मानिंद मैं ख़ुद जल जाऊँ
जलाकर वजूद अपना इस जहाँ मे ,
रोशन दुनिया को मुकम्मल कर जाऊँ।
मुझे गम नहीं की तुझे न पाऊं ,
मुझे खुशी होगी जो अंधेरों मे रोशनी लाऊं ,
तेरी राह मे आने वाला कोई भटकने न पाये ,
इसी चाहत मे जान लुटा जाऊं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
रोशन दुनिया को मुकम्मल कर जाऊँ।
मुझे गम नहीं की तुझे न पाऊं ,
मुझे खुशी होगी जो अंधेरों मे रोशनी लाऊं ,
तेरी राह मे आने वाला कोई भटकने न पाये ,
इसी चाहत मे जान लुटा जाऊं ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन