रज्जन पाठक हत्याकाण्ड के हत्यारे अब भी पुलिस पकड़ से दूर
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जौनपुर। उत्तर प्रदेश के आधा दर्जन से अधिक विश्वविद्यालयों के कांटैक्टर एवं वाराणसी से प्रकाशित एक हिन्दी दैनिक समाचार पत्र के अभिकर्ता राज नारायण पाठक ‘रज्जन’ की हत्या के लगभग एक पखवारे होने को हैं लेकिन अभी तक हत्यारे पुलिस पकड़ से दूर हैं। हालांकि विभाग की मानें तो इस हत्याकाण्ड का खुलासा करने में कई टीम बनाकर लगायी गयी है लेकिन आज तक कोई ठोस सफलता न मिलने से तरह-तरह के सवालिया निशान उठ रहे हैं। मालूम हो कि श्री पाठक की बीते 26 सितम्बर को शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के खासनपुर स्थित उनके ही आवास पर धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गयी थी। हत्या की जानकारी दूसरे दिन सुबह हुई तो परिजनों की तहरीर पर उनके ही सबसे खास नौकर शेरा सहित एक अन्य नौकर शहनवाज निवासी इलाहाबाद के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ। साथ ही उनके ही परिवार के 5 सदस्यों के खिलाफ भी तहरीर दिया गया। हत्या की जानकारी होने पर तमाम उच्च अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मुआयना किया तथा हत्यारों को पकड़ने के लिये कई टीमों का गठन भी कर दिया। विभागीय सूत्रों के अनुसार गठित पुलिस टीम हत्यारों की सुराग में लगातार लगी हुई है लेकिन इधर घटना पखवारे भर बीतने के बाद भी कोई ठोस सफलता न मिलने पर परिजन मायूस नजर आ रहे हैं जिनका अब पुलिस पर से विश्वास उठता दिख रहा है। बताया जा रहा है कि पूर्व में तो परिवार के नामजद लोगों में से एकाध को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया था लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।