पूर्व विधायक की मौत पर इंकाजनों समेत साथियों ने जताया शोक
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भारती संस्थान में जिला कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष व विद्यालय के प्रबंधक इन्द्रभुवन सिंह की अध्यक्षता में हुई शोकसभा में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि देने के साथ ही शिक्षण संस्था को बंद कर दिया गया। श्री सिंह ने कहा कि इससे समाज व पार्टी की अपूरणीय क्षति हुई है। शोकसभा में प्राचार्या डा. कविता राय, श्रीराम सिंह, संजय शर्मा, अवधेश गुप्ता, राजकुमार पाण्डेय, डा. जंग बहादुर यादव, डा. प्रवीन श्रीवास्तव, डा. गीता सिंह, डा. शिवनाथ उपाध्याय, डा. ज्योति सिन्हा, डा. शिवम्भरी मिश्रा सहित तमाम शिक्षक, शिक्षिकाएं, छात्र/छात्राएं आदि उपस्थित रहे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय सिंह के आवास पर जुटे इंकाजनों ने दो मिनट का मौन रखकर श्री सिंह की मौत पर गहरा दुख जताते हुये ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिये प्रार्थना किया। इस मौके पर श्री सिंह ने कहा कि उनकी भरपाई न पार्टी में हो सकती है और न ही समाज में, क्योंकि वह एक कुशल नेता के अलावा समाजसेवी भी थे जो सभी के दुख-सुख में बराबर की भागीदारी करते थे। शोकसभा में श्री सिंह के अलावा तमाम कार्यकर्ता उपस्थित रहे जिन्होंने नम आंखों से श्री सिंह श्रद्धांजलि दिया।
युवा कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रमोद मिश्र ने गहरा दुख प्रकट करते हुये कहा कि श्री सिंह के निधन पर पार्टी एवं समाज ने एक तेज-तर्रार खो दिया है जिसकी भरपाई नहीं हो सकती है। डा. रामचन्द्र पाण्डेय ने कहा कि उनकी भरपाई कभी भी नहीं हो सकती है तथा वे हमेशा याद किये जायेंगे। इस अवसर पर दिलीप मिश्रा, जयशंकर दूबे, राजनाथ उपाध्याय, अरूण सिंह, रविन्द्र सिंह, अरविन्द मिश्र, त्रिभुवन नाथ, इकबाल खान आदि मौजूद रहे।
जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय पर जिलाध्यक्ष की अध्यक्षता में हुई शोकसभा में श्री सिंह की मौत पर शोक व्यक्त किया गया जहां उपस्थित लोगों ने कहा कि उनकी छवि एक अभिभावक की थी। ऐसे स्पष्टवादी नेता की कमी पार्टी को हमेशा खलेगी। इस अवसर पर यतीन्द्र नाथ त्रिपाठी, राजेन्द्र मिश्र, बीडी गुप्ता, राजेन्द्र यादव, आफताब अहमद, बसंत सिंह, रमाशंकर गौतम, लाल प्रकाश पाल सहित कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव सत्येन्द्र उपाध्याय ने पूर्व विधायक श्री सिंह की मौत पर दुख व्यक्त करते हुये कहा कि वह कुशल नेता एवं कांग्रेस के कर्मठ सिपाही थे। एक हादसे में हुई उनकी मौत का गम पूरे जनपदवासी को है। उनके न रहने की कमी हरेक को खलेगी। श्री सिंह नेता के साथ समाजसेवी भी थे।
Late Sri tejbahadur singh ji ke karya kabhi bhulne layak nahi hai.we ek mridul v prabhavshali vaktitav ke neta rahe .
जवाब देंहटाएंLate Sri tejbahadur singh amar rahe....