उठाकर क्षीर सागर से तुम्हे वन वन फिरा दूगां ..........
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जौनपुर। भजमन नारायण नारायण के आगाज के साथ हुसेनाबाद की ऐतिहासिक रामलीला शनिवार से शुरू हो गया। पहले दिन नारद मोह राम जन्म और ताड़का वध दृष्य का मंचन किया गया। नारद की भूमिका निभा रहे दीपक मिश्र नें जब क्रोधित होकर भगवान विष्णु को श्राप देते हुए कहा कि ;किसी की विभूति को नही तुम देख सकते हों. ह्दय में इस तरह द्वेष कपट का व्यवहार रखते हों। तुम्ही ने सिंध को मथकर रूद्र को पागल बनाया था तुम्ही ने प्ररेणा करके सुरो को विष पिलाया था। हो ऐसे स्वेच्छाचारी अनेको घर को छला हैं। सम्भल जाओं रमापति अब पड़ा नारद से पाला है। उठाकर क्षीर सागर से तुम्हे वन -वन फिरा दूगां हसी मेरी करायी है तो मै तुमको रूला दूंगा। द्धइस संवाद पर दर्शकों की तालियों से पूरा पण्डाल गंुज उठा। उसके बाद राम जन्म का मंचन किया गया। दशरथ की भूमिका निखिल श्रीवास्तव की भूमिका को भी दर्शकों ने खूब सराहा। राम राजू शुक्ला और लक्ष्मण कुशल श्रीवास्तव ने ताड़का वध कर दर्शकों की वाह वाही लूटी। अंत में संस्था के अध्यक्ष जगरनाथ वर्मा और प्रबंधक दिलीप श्रीवास्तव चमन नें सभी कलाकारों और दर्शकों को धन्यवाद दिया। उठाकर क्षीर सागर से तुम्हे वन वना फिरा दूगां