देखें हैं खुद के दर्द में तड़फते लाखों ,
https://www.shirazehind.com/2013/10/blog-post_4810.html
दर्द की इन्तिहाँ को , कुछ नए आयाम दे दो ,
जिंदगी में हर लम्हे को , नए अरमान दे दो ।
देखें हैं खुद के दर्द में तड़फते लाखों ,
गैरों के दर्द को अब ,
ख़ुशी के परवान दे दो ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन