अखिलेश सरकार के बेरहम अधिकारियों की शर्मनाक करतूत!
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अखिलेश यादव जहां सूबे में छात्रों को
लैपटॉप, बेरोजगारों को भत्ता और कन्या विधा धन बाट रहे हैं। वहीं उनके ही
साम्राज्य के राजा ऐसी करतूत कर रहे है कि जिन्हे देखकर कि शायद वह भी
शर्मसार हो जाएं।
यह जनाब छोटे-छोटे बच्चों से कई घंटों तक अपने ऊपर पंखो से हवा कराते
रहे। इन जनाब का दिल भी नही पसीजा और यह घंटों तक मासूम, भूखे-प्यासे
बच्चों से हवा कराते रहे। जब हमने इन अधिकारियों से बात करनी चाही तो
इन्होंने हमसे बात तक करना गंवारा नही समझा।
दरअसल तस्वीरों में आप जिन जनाब को देख रहे है यह सूबे के समाज कल्याण विभाग व पिछड़ा वर्ग के प्रमुख सचिव सुनील कुमार जी हैं। यह शामली के लोहिया ग्राम हसनपुर में हुए विकास कार्यो का निरीक्षण करने गए थे। गांव के निरीक्षण के बाद इन जनाब के लिए गांव के ही एक स्थान पर बैठने की व्यवस्था की गई थी।
दरअसल तस्वीरों में आप जिन जनाब को देख रहे है यह सूबे के समाज कल्याण विभाग व पिछड़ा वर्ग के प्रमुख सचिव सुनील कुमार जी हैं। यह शामली के लोहिया ग्राम हसनपुर में हुए विकास कार्यो का निरीक्षण करने गए थे। गांव के निरीक्षण के बाद इन जनाब के लिए गांव के ही एक स्थान पर बैठने की व्यवस्था की गई थी।
चूंकी समय दोपहर का था तो साहब को गर्मी सताने लगी। आनन-फानन में चार
हाथ के पंखों की व्यवस्था की गई। अब सवाल यह था कि साहब को हवा कौन करेगा।
तो गांव के ही चार छोटे-छोटे बच्चों को इस कार्य पर लगा दिया गया। बच्चे
घंटों तक सचिव साहब व डीएम साहब प्रवीन कुमार को हवा करते रहे। इतना ही नही बच्चों ने जब बीच में जाना चाहा तो उन्हें डाट दिया गया। अब
बच्चे बेचारे डरे सहमें और भूखे प्यासे ही घंटो तक दोनों राजाओं की सेवा
करते रहे। इन बेदर्द राजाओं को बेचारे बच्चों पर तनिक भी दया नहीं आई।
अब यह तस्वीरें देखकर शायद आप को अंदाजा लग गया होगा कि अखिलेश राज
में सूबे को उसके नुमाइंदे किस प्रकार से चला रहे हैं। तस्वीरें खुद ही
सारी हकीकत बया कर रही हैं।
अब सवाल यह है कि सूबे के समाज कल्याण के प्रमुख सचिव साहब क्या इसी
प्रकार से जनता का कल्याण करते हैं या उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यो का
यह नमूना भर था।
अब देखना यह है अखिलेश यादव अपने इन दोनों वरिष्ठ अधिकारियों को बाल श्रम कराने के लिए क्या सजा देते हैं।