यहाँ केवट बन जाते है सीबीसीआइडी अधिकारी और हनुमान का रोल करते है बैंक मैनेजर
https://www.shirazehind.com/2013/10/blog-post_3110.html
81 वें वार्षिक समारोह तक कायस्थ बिरादरी के लोग ही मंचन करते रहे
जौनपुर यह भगवान के प्रति अगाध श्रद्धा है। आज जहां आधुनिकता की चकाचौंध में लोग अपना घर-बार भूल जाते हैं, अपनों को नजर अंदाज कर देते हैं, वहीं देश के कोने में बैठे ऐसे भी लोग जो अपने कर्मो से अच्छी सुख सुविधा के बीच बेहतर जीवन बिता रहे हैं। उन्हें आज भी अपनी माटी से बेहद लगाव तो है ही गांव की प्राचीन परंपराओं और आस्था से आज भी जुड़े हैं। इसी से जुड़ा एक उदाहरण है सरायहरखू की रामलीला। जनपद में प्रसिद्ध इस रामलीला का मंचन गांव की कायस्थ बिरादरी संभालती है जिसमें भाग लेने के लिए लोग देश विदेश से यहां पहुंच चुके हैं। यहां की रामलीला का मंचन समिति द्वारा लिखित पुस्तक के आधार पर होता है। शनिवार से शुरू हो चुकी इस रामलीला के मंचन में उच्च पदों पर आसीन अधिकारी अभिनय करते नजर आएंगे। बक्शा विकास खण्ड के सरायहरखू गांव में वर्ष 1932 में बाजार का दिन था। यहां आए जयंती प्रसाद सिन्हा, प्रकाश सिन्हा और राजा बाबू सिन्हा (अब दिवंगत) जेब से चंदा लगाकर कुछ चमकीला मुकुट सहित अन्य सामान खरीदकर घर ले आए और तैयारी शुरू कर दी। रामलीला करने के दौरान अगले वर्ष मेला भी लगवाया गया। बस इसी के साथ रामलीला का सफल मंचन शुरू हो गया। 1933 में भगवान रामचन्द्र की पांच दिनों तक झांकी प्रस्तुत की गई।
खास बात यह रही कि शुरू से आज तक 81 वें वार्षिक समारोह तक कायस्थ बिरादरी के लोग ही मंचन करते रहे। इस दौरान शराब, नशा का सेवन पूर्णत: वर्जित रहने के साथ अश्लील गाना पर प्रतिबंध है। रजत जयंती, स्वर्ण जयंती, हीरक जयंती और मुक्तक जयंती मना चुकी यह समिति अब भी उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर है। वर्तमान में समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार सिन्हा, निर्देशक अम्बुज श्रीवास्तव ने बताया कि इस वर्ष तैयारियां कुछ अलग की गई हैं। ये हैं पात्र कोषाध्यक्ष जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि लखनऊ में सीबीसीआइडी में वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी सतीश चंद्र श्रीवास्तव समिति के निर्देशक होने के साथ ही मंचन में केवट की भूमिका अदा करते हैं। दिल्ली में रह रहे डाक्टर अम्बुज श्रीवास्तव एवं फरीदाबाद से आए अनुज श्रीवास्तव दशरथ की भूमिका में तो उमंग लक्ष्मण, इलाहाबाद में वरिष्ठ लेखा परीक्षक के पद पर तैनात अरुण श्रीवास्तव तथा पीएनबी के वरिष्ठ प्रबंधक अनुराग श्रीवास्तव हनुमान की भूमिका निभाते हैं।