सम्पादक राजेन्द्र यादव निधन पर श्रद्धांजलि
https://www.shirazehind.com/2013/10/blog-post_2919.html
जौनपुर। हिन्दी साहित्य के प्रमुख लेखक व सम्पादक राजेन्द्र यादव के निधन पर पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग में श्रद्धांजलि सभा आयोजित हुई जहां उनके साहित्य में योगदान पर चर्चा की गयी। चर्चा के पश्चात मौन रखकर उनके आत्मा की शांति के लिये प्रार्थना की गयी। इस मौके पर विभाग के प्राध्यापक डा. मनोज मिश्र ने कहा कि राजेन्द्र यादव के निधन से साहित्य जगत में बहुत बड़ी क्षति हुई है। उनका सम्पूर्ण जीवन सादगी भरा रहा। साहित्य जगत में नयी पीढ़ी उन्हें संस्था के रूप में देखती थी। इसकी भरपाई कौन करेगा, यह भी प्रश्न उठ रहा है। डा. अवध बिहारी सिंह ने कहा कि राजेन्द्र यादव ने हमेशा समाज को आईना दिखाया है। उनकी लेखनी में जो सरलता थी, वह आम आदमी में लोकप्रिय होने का सबसे बड़ा कारण था। डा. सुनील कुमार ने कहा कि राजेन्द्र यादव ने उपेक्षितों के लिये एक नयी जमीन की तलाश की। अपनी लेखनी से समाज के सामने उनके मुद्दों को रखा व समाधान भी दिलाया। डा. दिग्विजय सिंह राठौर ने कहा कि राजेन्द्र यादव ने ‘हंस एक नयी उड़ान दी’ ‘आज साहित्य जगत’, पत्रकारिता जगत के साथ समाज के सभी सृजन धर्मी दुखित है। इस अवसर पर तमाम सम्बन्धित उपस्थित रहे।