जौनपुर पुलिस को है महिलाओ से शांतिभंग की आशंका ?
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24 महिलाओ का किया चलान
कानून अंधा नहीं है, उसे रोशनी दिखाने वाले ही
अंधेरे में हैं। कानून की रक्षा करने के लिए उसके जिन वाहकों पर भरोसा किया
जाता है, वे जब पथभ्रष्ट होते हैं तो अन्याय होता है। अपराध से कोई वास्ता
न रखने वाला अपराधी हो जाता है और ऐसा करने वाले पुलिस कर्मी भी महकमे के
दामन पर दाग लगा देते हैं।कुछ ऐसा ही उदाहरण प्रस्तुत किया है बरसठी पुलिस ने बनकट गांव में। भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच शांति भंग की आशंका बलवती हुई। इसकी आहट थाने तक पहुंची तो पुलिस कुछ ज्यादा ही हरकत में आ गई। ब्राह्माण व पासी बिरादरी के बीच हुए इस विवाद में एक पक्ष से 36 तो दूसरे पक्ष से दो लोगों का चालान किया गया। इसमें सबसे खास बात यह रही कि 36 लोगों में 24 महिलाएं ही हैं। पीड़ित पक्ष व गांव के कुछ लोगों ने बताया कि इसमें से कई महिलाएं ऐसी हैं जो अभी तक घर की चहारदीवारी से निकली ही नहीं। उन्हें यह नहीं पता कि वह जमीन कहां है जिसके लिए विवाद हो रहा है। पुलिस की इस कार्यप्रणाली को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है।