नक्सलियों ने बनाए 41 मानव बम, निशाने पर कई वीआईपी
https://www.shirazehind.com/2013/10/41.html
रायपुर. बस्तर में चुनावी सभाओं या वीआईपी के दौरों के लिए नक्सलियों ने मानव बम का बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। दिल्ली से इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने अलर्ट किया है कि श्रीलंका से खत्म हो चुके लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) की मदद से नक्सलियों ने 41 मानव बम तैयार किए हैं।
इन्हें केरल और आंध्रप्रदेश के जंगलों में ट्रेनिंग दी गई है। इनके जरिए नक्सली बस्तर में चुनावी सभाओं अथवा वीआईपी को निशाना बनाने की साजिश रच सकते हैं। आईबी ने यह अलर्ट भी दिया है कि नक्सलियों ने इसकी रेकी भी शुरू कर दी है।
इस अलर्ट ने छत्तीसगढ़ पुलिस को भी चौकन्ना कर दिया है। राज्य की एसआईबी और अन्य खुफिया इकाइयों को बस्तर में नक्सल गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। झीरम घाटी हमले की वजह से आईबी के इस अलर्ट को और गंभीरता से लिया गया है।
सूत्रों ने बताया कि चुनावी सभाओं पर ही खतरा सर्वाधिक है, क्योंकि नक्सली चुनाव बहिष्कार की घोषणा कर चुके हैं। हफ्तेभर से छिटपुट वारदातें भी शुरू हो गई हैं।
नक्सलियों के मानव बम का टारगेट वीआईपी ही हैं।
इनमें भाजपा और कांग्रेस के वह नेता हैं, जो कथित तौर से नक्सलियों की हिट लिस्ट में हैं। चुनावी सभाओं को इसलिए टारगेट बनाया गया है, क्योंकि इसमें पहुंचने वाले स्टार प्रचारकों को भी नक्सलियों ने निशाने पर लिया है। हाल में में नक्सलियों ने कुछ इलाकों में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह समेत कई नेताओं के पोस्टर चिपकाए थे और विरोध में टिप्पणियां की थीं। इन इलाकों में पुलिस ने सर्चिंग बढ़ाई है। पुलिस ने अलर्ट जारी कर कहा है कि नक्सल प्रभावित इलाकों में रैलियां और सभाओं में जाने से पहले सभी नेताओं को पुलिस को सूचित करना चाहिए। ऐसा इसलिए ताकि वहां की सुरक्षा का प्लान तैयार किया जा सके। फोर्स अब बड़ी संख्या में रोड ओपनिंग पार्टियां बनाने जा रही है, ताकि रास्ते क्लीयर रहें। अगले पांच दिन में बस्तर में अर्धसैनिक बलों की 400 कंपनियां पहुंच जाएंगी। वहां पहले से 41 बटालियन तैनात हैं।
इनमें भाजपा और कांग्रेस के वह नेता हैं, जो कथित तौर से नक्सलियों की हिट लिस्ट में हैं। चुनावी सभाओं को इसलिए टारगेट बनाया गया है, क्योंकि इसमें पहुंचने वाले स्टार प्रचारकों को भी नक्सलियों ने निशाने पर लिया है। हाल में में नक्सलियों ने कुछ इलाकों में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह समेत कई नेताओं के पोस्टर चिपकाए थे और विरोध में टिप्पणियां की थीं। इन इलाकों में पुलिस ने सर्चिंग बढ़ाई है। पुलिस ने अलर्ट जारी कर कहा है कि नक्सल प्रभावित इलाकों में रैलियां और सभाओं में जाने से पहले सभी नेताओं को पुलिस को सूचित करना चाहिए। ऐसा इसलिए ताकि वहां की सुरक्षा का प्लान तैयार किया जा सके। फोर्स अब बड़ी संख्या में रोड ओपनिंग पार्टियां बनाने जा रही है, ताकि रास्ते क्लीयर रहें। अगले पांच दिन में बस्तर में अर्धसैनिक बलों की 400 कंपनियां पहुंच जाएंगी। वहां पहले से 41 बटालियन तैनात हैं।