मोहब्बत की सूली पर टंगे 15 बच्चे
https://www.shirazehind.com/2013/10/15.html
अलीगढ़। यह प्रेम कहानी जिनके लिए होगी, उनके लिए होगी। दर्दनाक पहलू तो
यह है कि उनकी मोहब्बत 15 बच्चों के लिए सूली बन गई है। एक ऐसी कहानी, जो न
कभी सुनी गई, न पढ़ी गई, न देखी गई। शादी के 20 साल बाद तीन सगी बहनें एक
ही दिन अपने प्रेमियों के साथ भाग गईं। पीछे छोड़ गईं कुल 15 बच्चे। बिलखने
के लिए..। कहानी में पुलिस की एंट्री भी हो चुकी है।
ये कहानी है, अकराबाद थाना क्षेत्र के एक गांव की। यहां के तीन भाइयों [दो सगे व एक चचेरे] की शादी 20 साल पहले कलकत्ता की तीन सगी बहनों से हुई थी। तीनों दुल्हनें हंसी-खुशी गांव आईं। सुखमय वैवाहिक जीवन शुरू हुआ। कुछ समय बाद किलकारियां भी गूंजने लगीं। इनमें से एक बहन के आठ, दूसरी से चार और तीसरी के तीन बच्चे हैं। इस दौरान न जाने क्या हुआ कि तीनों भाइयों की शादीशुदा जिदंगी व 15 बच्चों को किसी की नजर लग गई। तीनों बहनों के किसी और से प्रेम संबंध बन गए। शुरुआत गांव के ही एक युवक से हुई। उनके जरिये बाकी दोनों बहनों के प्रेमी पड़ोसी गांवों के बन गए।
बातचीत और चोरी-छुपे मुलाकात का सिलसिला भी चल पड़ा। इनमें से एक के पति को कुछ शक हुआ तो उसने पत्नी पर नजर रखनी शुरू कर दी। यह बात तीनों बहनों को मालूम चली तो उन्होंने पहले तो घर में ही खुलकर ऐतराज किया। बात प्रेमियों को भी बता दी। घर में उनके लिए कोई मुश्किल आती, इसके पहले ही उनके प्रेमियों ने घर से भागने का निर्णय ले लिया। 10 अक्टूबर को जब पूरा घर सोया हुआ था, तीनों बहनें भाग निकलीं।
तीनों बहनें किसी भी बच्चे को साथ नहीं ले गईं। सुबह जब मदरें की नींद खुली तो उनके होश फाख्ता हुए। बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। तीनों युवतियों की तलाश शुरू हुई। अकराबाद पुलिस को भी घटना की सूचना दी गई। पूरे इलाके में इसकी चर्चा है। पुलिस ने प्रकरण को सुना तो गंभीरता से, लेकिन पतियों को खुद तलाश करने की नसीहत के साथ टरका दिया। तीनों महिलाओं की तलाश के बाद भी जब कुछ हासिल न हुआ तो मंगलवार को महिलाओं के रिश्ते में जेठ ने धौरी निवासी मुन्नालाल व धनसारी निवासी सत्यप्रकाश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। एसओ अकराबाद पहलवान सिंह यादव का कहना है कि लापता बहनों की तलाश कराई जा रही है।
ये कहानी है, अकराबाद थाना क्षेत्र के एक गांव की। यहां के तीन भाइयों [दो सगे व एक चचेरे] की शादी 20 साल पहले कलकत्ता की तीन सगी बहनों से हुई थी। तीनों दुल्हनें हंसी-खुशी गांव आईं। सुखमय वैवाहिक जीवन शुरू हुआ। कुछ समय बाद किलकारियां भी गूंजने लगीं। इनमें से एक बहन के आठ, दूसरी से चार और तीसरी के तीन बच्चे हैं। इस दौरान न जाने क्या हुआ कि तीनों भाइयों की शादीशुदा जिदंगी व 15 बच्चों को किसी की नजर लग गई। तीनों बहनों के किसी और से प्रेम संबंध बन गए। शुरुआत गांव के ही एक युवक से हुई। उनके जरिये बाकी दोनों बहनों के प्रेमी पड़ोसी गांवों के बन गए।
बातचीत और चोरी-छुपे मुलाकात का सिलसिला भी चल पड़ा। इनमें से एक के पति को कुछ शक हुआ तो उसने पत्नी पर नजर रखनी शुरू कर दी। यह बात तीनों बहनों को मालूम चली तो उन्होंने पहले तो घर में ही खुलकर ऐतराज किया। बात प्रेमियों को भी बता दी। घर में उनके लिए कोई मुश्किल आती, इसके पहले ही उनके प्रेमियों ने घर से भागने का निर्णय ले लिया। 10 अक्टूबर को जब पूरा घर सोया हुआ था, तीनों बहनें भाग निकलीं।
तीनों बहनें किसी भी बच्चे को साथ नहीं ले गईं। सुबह जब मदरें की नींद खुली तो उनके होश फाख्ता हुए। बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। तीनों युवतियों की तलाश शुरू हुई। अकराबाद पुलिस को भी घटना की सूचना दी गई। पूरे इलाके में इसकी चर्चा है। पुलिस ने प्रकरण को सुना तो गंभीरता से, लेकिन पतियों को खुद तलाश करने की नसीहत के साथ टरका दिया। तीनों महिलाओं की तलाश के बाद भी जब कुछ हासिल न हुआ तो मंगलवार को महिलाओं के रिश्ते में जेठ ने धौरी निवासी मुन्नालाल व धनसारी निवासी सत्यप्रकाश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। एसओ अकराबाद पहलवान सिंह यादव का कहना है कि लापता बहनों की तलाश कराई जा रही है।