लेकर राम नाम की माला , सदा करता रहा झमेला
https://www.shirazehind.com/2013/09/blog-post_7532.html
डॉ अ कीर्तिवर्धन
आदमी की है ना इंसान की , यह बात है एक शैतान की । आशा की जोत जलाकर , जन जन के दिल से खेला , लेकर राम नाम की माला , सदा करता रहा झमेला । बच्चों से करता बलात्कार ,यह बात है एक शैतान की । फेरी तंत्र मन्त्र की माला , धर्म को व्यापार बनाया , हम करें भरोशा उस पर , खुद को भगवान बताया । जो बापू का ओढ़े मुखौटा , यह बात है उस शैतान की । खुद धन संपत्ति भर लिनी , माया को बताता ठगिनी , निर्लजता की करता बातें , औरत को बताता भोगिनी । श्वेत वस्त्र और दिल काला , यह बात है एक शैतान की ।
आदमी की है ना इंसान की , यह बात है एक शैतान की । आशा की जोत जलाकर , जन जन के दिल से खेला , लेकर राम नाम की माला , सदा करता रहा झमेला । बच्चों से करता बलात्कार ,यह बात है एक शैतान की । फेरी तंत्र मन्त्र की माला , धर्म को व्यापार बनाया , हम करें भरोशा उस पर , खुद को भगवान बताया । जो बापू का ओढ़े मुखौटा , यह बात है उस शैतान की । खुद धन संपत्ति भर लिनी , माया को बताता ठगिनी , निर्लजता की करता बातें , औरत को बताता भोगिनी । श्वेत वस्त्र और दिल काला , यह बात है एक शैतान की ।