अपनी काली करतूत को छिपाने के लिए बैंक मैनेजर ने कराई थी हत्या
https://www.shirazehind.com/2013/09/blog-post_472.html
साहब की भूख मिटाने के लिए दारू मुर्गा और जिस्म की आग को शांत करने के लिए शबाब का इंतजाम करता मृतक लालबहादुर था
जौनपुर जिले के शाहगंज थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के पास हत्या कर झाड़ियो में फेकी गई लाल बहादुर की लॉस कांड की अब एक एक परते खुलनी शुरू हो गई है। आज प्रेस कान्फेंस को संबोधित करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक सिटी श्रीपति मिश्रा ने बताया कि सेन्ट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया रुधौली का मैनेजर मृतक लालबहादुर और उसके साथी राम सकल वर्मा और अवनीश तिवारी के माध्यम से किसानो के क्रेडिट कार्ड और भोलीभाली जनता के खाते से पैसा निकाल लेता था.। निकाले गये पैसे का दस प्रतिशत हिस्सा लाल बहादुर और उनके साथियों में बाट देता था इतना ही नही ये तीनो लोग मैनेजर के लिए कबाब और शबाब का भी इंतजाम करते थे।
इस हत्या कांड के खुलासे में लगी शाहगंज पुलिस की जाँच जैसे जैसे आगे बढती जा रही है वैसे वैसे एक एक चौकाने वाले तथ्य सामने आ रहा है। पुलिस की जाँच में पाया गया कि लाल बहादुर राम सकल वर्मा और अवनीश तिवारी तीनो बैंक मैनेजर वो नगीने थे जो दिन में किसानो का क्रेडिट कार्ड बनवाते थे और उसी कार्ड में धोखाधड़ी करने पैसा निकालते थे साथ में अन्य खाता धारको के अकाउंट से जालसाजी करके पैसा निकलने का काम करते थे। रात में मैनेजर साहब की भूख मिटाने के लिए दारू मुर्गा परोसते थे और जिस्म की आग को शांत करने के लिए शबाब का इंतजाम भी करते रहे है। इसी बीच हिसाब किताब के मामले को लेकर मैनेजर साहब और लाल बहादुर के बीच में तकरार हो गई। बात इतना बढ़ा कि मैनेजर साहब और राम सकल वर्मा ,अवनीश तिवारी ने योजना बनाकर भाड़े के हत्यारों से लालबहादुर का कत्ल करा दिया
इस मामले में पुलिस की गिरफ्त में आया राम सकल ने अपना जुर्म स्वीकार किया ही साथ में मैनेजर साहब को कवाब शराब और शबाब का जुगाड़ करने का भी राज़फास किया है
फ़िलहाल पुलिस इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज चुकी है अब देखना है कि बैंक मैनेजर को किस दिन गिरफ्तार करके सरकारी मेहमान बनाती है।
जौनपुर जिले के शाहगंज थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के पास हत्या कर झाड़ियो में फेकी गई लाल बहादुर की लॉस कांड की अब एक एक परते खुलनी शुरू हो गई है। आज प्रेस कान्फेंस को संबोधित करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक सिटी श्रीपति मिश्रा ने बताया कि सेन्ट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया रुधौली का मैनेजर मृतक लालबहादुर और उसके साथी राम सकल वर्मा और अवनीश तिवारी के माध्यम से किसानो के क्रेडिट कार्ड और भोलीभाली जनता के खाते से पैसा निकाल लेता था.। निकाले गये पैसे का दस प्रतिशत हिस्सा लाल बहादुर और उनके साथियों में बाट देता था इतना ही नही ये तीनो लोग मैनेजर के लिए कबाब और शबाब का भी इंतजाम करते थे।
इस हत्या कांड के खुलासे में लगी शाहगंज पुलिस की जाँच जैसे जैसे आगे बढती जा रही है वैसे वैसे एक एक चौकाने वाले तथ्य सामने आ रहा है। पुलिस की जाँच में पाया गया कि लाल बहादुर राम सकल वर्मा और अवनीश तिवारी तीनो बैंक मैनेजर वो नगीने थे जो दिन में किसानो का क्रेडिट कार्ड बनवाते थे और उसी कार्ड में धोखाधड़ी करने पैसा निकालते थे साथ में अन्य खाता धारको के अकाउंट से जालसाजी करके पैसा निकलने का काम करते थे। रात में मैनेजर साहब की भूख मिटाने के लिए दारू मुर्गा परोसते थे और जिस्म की आग को शांत करने के लिए शबाब का इंतजाम भी करते रहे है। इसी बीच हिसाब किताब के मामले को लेकर मैनेजर साहब और लाल बहादुर के बीच में तकरार हो गई। बात इतना बढ़ा कि मैनेजर साहब और राम सकल वर्मा ,अवनीश तिवारी ने योजना बनाकर भाड़े के हत्यारों से लालबहादुर का कत्ल करा दिया
इस मामले में पुलिस की गिरफ्त में आया राम सकल ने अपना जुर्म स्वीकार किया ही साथ में मैनेजर साहब को कवाब शराब और शबाब का जुगाड़ करने का भी राज़फास किया है
फ़िलहाल पुलिस इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज चुकी है अब देखना है कि बैंक मैनेजर को किस दिन गिरफ्तार करके सरकारी मेहमान बनाती है।