दुर्गा पूंजा पांच से मूर्तिकारो ने झोकी पूरी ताकत
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शारदीय नवरात्रि शुरू होने में कुछ ही दिन शेष रह गये हैं। जहां लोग पूंजा पाठ की तैयारियां शुरू कर दी हैं। वही पंडालों में स्थापित होने वाली मां दुर्गा की प्रतिमाओं को बनाने वाले कारीगर भी मूर्ति बनाने का काम तेज कर दिया हैं। लेकिन इस बार मंहगाई का असर इन पर ही भी भारी पड़ रहा है। जौनपुर में मां दुर्गा की पूंजा पूरे आस्था और विश्वास के साथ किया किया जाता हैं। पूरे जिले में 500 से अधिक पंडालों में मां की स्थापना कर लोग पूरे नवरात्रि भर पूंजा पाठ करते हैं। इन मूर्तियों को बनाने के लिए मूर्तिकार जून महीने में ही बंगाल से आकर यहां डेरा डाल देते हैं। कारीगर करीब चार महीने दिन रात कड़ी मेहनत करते हैं और अपने जादूगरी हाथों से मिट्टी,घास फूस और बास की खरपच्चीयों को तरासकर उसमें जान डालने का काम करते हैं। मूर्ति बड़ी हो या छोटी सभी बोलने की मुद्रा में ही दिखाई देती हैं। लेकिन इस महंगाई के कारण लोग कम पैसे में ही मा की आराधना करने का मन बना लिया हैं। जिसका इन कारीगरों के पेट पर पड़ता साफ दिखाई दे रहा है। ये प्रतिमाएं दुर्गा पूंजा पंडालो में स्थापित हो जायेगी। पहले दिन से लेकर नवमी तक मां के दर्शन पूंजन के लिए भक्तों का जन सैलाब उमड़ने की सिलसिला भी जारी रहेगा। एक प्रकार से 10 दिनों तक पूर शहर शक्ति की पूंजा लीन हो जाता हैं।