एक फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा है सरकारी अस्पताल
https://www.shirazehind.com/2013/09/blog-post_4087.html
जौनपुर। बदलापुर तहसील क्षेत्र के मेढ़ा बाजार के पास स्थित जमऊपट्टी गौजा चैराहे पर संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मात्र एक फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा है जहां लगभग 30 गांवों के लोग उपचार हेतु आते हैं। इतनी भारी संख्या पर मात्र एक फार्मासिस्ट किस तरह मरीजों को देखता है, ईश्वर ही जाने। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बदलापुर से लगभग 18 किलोमीटर दूर स्थित इस अस्पताल पर फार्मासिस्ट राम शबद यादव के अलावा वार्ड ब्वाय दुर्गा प्रसाद प्रजापति, एएनएम मनपत्ती एवं स्वीपर मुन्ने अली के अलावा कोई भी नहीं है। लोगों की मानें तो यहां डिलवरी की सुविधा अच्छी नहीं है और न ही महिला चिकित्सक व नर्स हैं। अस्पताल की अव्यवस्थाओं के बारे में पूछे जाने पर क्षेत्र के सपा नेता सुक्खू यादव का कहना है कि हम लोग मिलकर लगभग 3 महीने पहले मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पास डाक्टर के लिये प्रार्थना पत्र दिये थे लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
वहीं मरीज के साथ आये गुल्लू हरिजन निवासी जमऊपट्टी से पूछा गया तो उसने कहा कि यहां पर मरीज को दिखाने हेतु काफी इंतजार करना पड़ता है तथा कर्मचारियों के अभाव में दवा का वितरण भी सही नहीं है। इसके पहले अपनी दादी को दिखाने के बाद दवा प्राइवेट अस्पताल से लेते थे जबकि यहां पर निःशुल्क मिल रहा है। सवाल यहां उठता है कि इस अस्पताल पर इतनी भीड़ मात्र एक फार्मासिस्ट किस तरह से संभालता है, ईश्वर ही जाने। रही बात यदि प्राथमिक स्तर पर अच्छे चिकित्सक की। यदि वे उपलब्ध हो जायं तो 108 नम्बर की आवश्यकता ही नहीं होगी और लोगों को 18 किमी दूर बदलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की दूरी न तय करनी पड़ेगी। जिला पंचायत सदस्य दिनेश सरोज, राजाराम यादव, शिव प्रसाद विश्वकर्मा, महेन्द्र यादव, रामचन्द्र यादव, सोहन लाल यादव, रामपाल यादव, राजेश यादव, रघुनाथ यादव, राम उजागिर उपाध्याय, नन्हे मिश्रा, अरूण सरोज, विनोद पाण्डेय, विरेन्द्र हरिजन का कहना है कि इस अस्पताल पर अच्छे पुरूष व महिला चिकित्सक, डिलवरी की अच्छी सुविधा, आक्सीजन, आस-पास के गंदगी से निदान, एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के स्थापना की मांग किया है।
वहीं मरीज के साथ आये गुल्लू हरिजन निवासी जमऊपट्टी से पूछा गया तो उसने कहा कि यहां पर मरीज को दिखाने हेतु काफी इंतजार करना पड़ता है तथा कर्मचारियों के अभाव में दवा का वितरण भी सही नहीं है। इसके पहले अपनी दादी को दिखाने के बाद दवा प्राइवेट अस्पताल से लेते थे जबकि यहां पर निःशुल्क मिल रहा है। सवाल यहां उठता है कि इस अस्पताल पर इतनी भीड़ मात्र एक फार्मासिस्ट किस तरह से संभालता है, ईश्वर ही जाने। रही बात यदि प्राथमिक स्तर पर अच्छे चिकित्सक की। यदि वे उपलब्ध हो जायं तो 108 नम्बर की आवश्यकता ही नहीं होगी और लोगों को 18 किमी दूर बदलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की दूरी न तय करनी पड़ेगी। जिला पंचायत सदस्य दिनेश सरोज, राजाराम यादव, शिव प्रसाद विश्वकर्मा, महेन्द्र यादव, रामचन्द्र यादव, सोहन लाल यादव, रामपाल यादव, राजेश यादव, रघुनाथ यादव, राम उजागिर उपाध्याय, नन्हे मिश्रा, अरूण सरोज, विनोद पाण्डेय, विरेन्द्र हरिजन का कहना है कि इस अस्पताल पर अच्छे पुरूष व महिला चिकित्सक, डिलवरी की अच्छी सुविधा, आक्सीजन, आस-पास के गंदगी से निदान, एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के स्थापना की मांग किया है।