बाढ़ के बाद अब महामारी ने पसारा पांव
https://www.shirazehind.com/2013/09/blog-post_1979.html
रिपोर्ट -अनिल कुमार
बाढ का पानी कम होने के साथ ही जनपद में अब कई तरह की गम्भीर बिमारी अपना पैर पसारना आरम्भ कर दिया है जिसमें डायरिया प्रमुखता से पानी दूषित होने पर फैलता है। जनपद के शहरी ईलाके में इन दिनो डायरिया के मरीजो की संख्या बढती जा रही है। जिसके तहत स्वास्थ विभाग ने कई ईलाको की पानी की जांच किया तो पाया की नगरपालिका क्षेत्र के 24 ईलाको का पानी दुषित है। जो पीने योग्य नही है। बावजुद इसके नगापालिका हाथ पर हाथ धरे बैठा है और अस्पतालांे में मरीजो की संख्या बढती जा रही है। बाढ का पानी खत्म होने के बाद अब लोगो को दूषित पानी पीने के लिए मजबुर होना पड रहा है।
यह हम नही कहते बल्कि इन दिनो जनपद का स्वास्थ विभाग शहरी ईलाको के विभिन्न क्षेत्रो के पानी की जांच कराने के बाद आये जांच रिपोट के आधार पर कह रहा है। और यह पानी एक दो नही बल्कि शहर के 24 ईलाको में नगरपालिका के द्वारा सप्लाई किया जा रहा है। इन सभी जगहो पर जांच रिपांेट निगेटिव में आया है।जनपद में पिछले दिनो आई बाढ को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्वास्थ विभाग और नगरीय क्षेत्रो में नगरपालिका को एलर्ट कर चुका था। लेकिन जब बाढ का पानी उतरना आरम्भ हुआ तो जिला अस्पताल में डायरिया के मरीजो की संख्या बढना आरम्भ हुआ। जिसमें अस्पताल प्रशासन ने पाया की इन मरीजो में शहरी ईलाके के मरीजो की संख्या अधिक है जिस पर वे अपनी रिपोट सी0एम0ओ0 को दिया और सी0एम0ओ0 ने उसी रिपोट के आधार पर जब शहरी ईलाको के पानी की जांच कराना आरम्भ कराया तो 2 दिनो में 24 मुहल्लो के पानी की रिपोट निगेटिव आई है। जिसको लेकर सी0एम0ओ0 ने इसकी रिपोट जिलाधिकारी व नगरपालिका के अधिकारीयो को देकर अपने स्तर से पानी की शुद्धिकरण की कारवाई आरम्भ कर दिया है। वही सी0एम0ओ0 ने बताया की जिस प्रकार से जांच रिपोट आ रही है अगर समय रहते ध्यान नही दिया गया तो शहर मे महामारी फैलने से नही रोका जा सकता है।
बाढ का पानी कम होने के साथ ही जनपद में अब कई तरह की गम्भीर बिमारी अपना पैर पसारना आरम्भ कर दिया है जिसमें डायरिया प्रमुखता से पानी दूषित होने पर फैलता है। जनपद के शहरी ईलाके में इन दिनो डायरिया के मरीजो की संख्या बढती जा रही है। जिसके तहत स्वास्थ विभाग ने कई ईलाको की पानी की जांच किया तो पाया की नगरपालिका क्षेत्र के 24 ईलाको का पानी दुषित है। जो पीने योग्य नही है। बावजुद इसके नगापालिका हाथ पर हाथ धरे बैठा है और अस्पतालांे में मरीजो की संख्या बढती जा रही है। बाढ का पानी खत्म होने के बाद अब लोगो को दूषित पानी पीने के लिए मजबुर होना पड रहा है।
यह हम नही कहते बल्कि इन दिनो जनपद का स्वास्थ विभाग शहरी ईलाको के विभिन्न क्षेत्रो के पानी की जांच कराने के बाद आये जांच रिपोट के आधार पर कह रहा है। और यह पानी एक दो नही बल्कि शहर के 24 ईलाको में नगरपालिका के द्वारा सप्लाई किया जा रहा है। इन सभी जगहो पर जांच रिपांेट निगेटिव में आया है।जनपद में पिछले दिनो आई बाढ को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्वास्थ विभाग और नगरीय क्षेत्रो में नगरपालिका को एलर्ट कर चुका था। लेकिन जब बाढ का पानी उतरना आरम्भ हुआ तो जिला अस्पताल में डायरिया के मरीजो की संख्या बढना आरम्भ हुआ। जिसमें अस्पताल प्रशासन ने पाया की इन मरीजो में शहरी ईलाके के मरीजो की संख्या अधिक है जिस पर वे अपनी रिपोट सी0एम0ओ0 को दिया और सी0एम0ओ0 ने उसी रिपोट के आधार पर जब शहरी ईलाको के पानी की जांच कराना आरम्भ कराया तो 2 दिनो में 24 मुहल्लो के पानी की रिपोट निगेटिव आई है। जिसको लेकर सी0एम0ओ0 ने इसकी रिपोट जिलाधिकारी व नगरपालिका के अधिकारीयो को देकर अपने स्तर से पानी की शुद्धिकरण की कारवाई आरम्भ कर दिया है। वही सी0एम0ओ0 ने बताया की जिस प्रकार से जांच रिपोट आ रही है अगर समय रहते ध्यान नही दिया गया तो शहर मे महामारी फैलने से नही रोका जा सकता है।