ICCHA SHAKTI KA PUL
https://www.shirazehind.com/2013/08/iccha-shakti-ka-pul.html
इच्छा शक्ति का पुल
जिस
काम को सांसद विधायक समेत अन्य जनप्रतिनिधियों को करना चाहिए था उस काम कर
दिखाया है एक समाजसेवी ने. इसने अपने गाँव के बाहरी सीमा पर अपने पैसे से
दो पुलों का निर्माण कराकर जौनपुर और आजमगढ़ जिले के पच्चास से अधिक गाँव
के लोगो की समस्याओ का निराकरण किया है. इस पुल ने जहाँ लोगो के आने जाने का
रास्ता आसान किया है वही जौनपुर और आजमगढ़ जिले के रिस्तो को भी मजबूत
करने का काम किया है। मो० जावेद नमक इस युवक का समाज के प्रति सच्ची सेवा देखकर लोग जनप्रतिनिधियों को कोस रहे है और जावेद को आदर्श मान रहे है.
जौनपुर जिले के शाहगंज तहसील का यह भरेठी गाँव है इससे मात्र पांच किलोमीटर की दुरी पर आजमगढ़ जिले का भादव गाँव है. इन दोनों गाँवो के बीच एक छोटी सी नदी बेशव बहती है। यह दरिया गुजर ताल से निकल कर गंगा नदी की धरा में पूरी तरह समाहित हो जाती है। आम दिन हो या भीषण बारिश का मौसम सभी हर मौसम में इन दोनों जिलो के दर्जनों गाँवो के लोगो को अपनी जान हथेली पर लेकर पानी अन्दर से ही आना जाना पड़ता था. बारिश के दिनों में तो पांच किलोमीटर की दुरी के बजाय २५ से ३० किलोमीटर की दुरी तय करनी पड़ती थी इस विकराल समस्या के लिए यहाँ के लोगो ने सांसद विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों के दरबार में गुहार लगाई लेकिन आश्वासन के आलावा कुछ भी नही मिला
जौनपुर जिले के शाहगंज तहसील का यह भरेठी गाँव है इससे मात्र पांच किलोमीटर की दुरी पर आजमगढ़ जिले का भादव गाँव है. इन दोनों गाँवो के बीच एक छोटी सी नदी बेशव बहती है। यह दरिया गुजर ताल से निकल कर गंगा नदी की धरा में पूरी तरह समाहित हो जाती है। आम दिन हो या भीषण बारिश का मौसम सभी हर मौसम में इन दोनों जिलो के दर्जनों गाँवो के लोगो को अपनी जान हथेली पर लेकर पानी अन्दर से ही आना जाना पड़ता था. बारिश के दिनों में तो पांच किलोमीटर की दुरी के बजाय २५ से ३० किलोमीटर की दुरी तय करनी पड़ती थी इस विकराल समस्या के लिए यहाँ के लोगो ने सांसद विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों के दरबार में गुहार लगाई लेकिन आश्वासन के आलावा कुछ भी नही मिला