अम्बेडकर में खामी मिली तो खैर नही: कमिष्नर
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जौनपुर 27 जुलाईः- डा0 अम्बेडकर गांव में लगे नोडल अधिकारियों को शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाएं जो गांवों में चलायी जा रही है पूरी जानकारी होनी चाहिए।वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कभी भी किसी गांव का निरीक्षण किया जा सकता है।इसलिए अम्बेडकर गांव 2010-11 एवं 2011-12 में जो कार्य अधूरे हैं प्राथमिकता के आधार पर संबंधित अधिकारीगण पूरा कराये।
उक्त बाते मण्डलायुक्त वाराणसी मण्डल अजय कुमार उपाध्याय ने जनपद स्तरीय अधिकारियों नोडल अधिकारियों से कलेक्टेªट सभाकक्ष में समीक्षा बैठक के दौरान कही। अम्बेडकर गांव में जो कार्य हो रहे हैं खण्ड विकास अधिकारी तथा संबंधित उप जिलाधिकारी अवश्य निरीक्षण करते रहें। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी को अम्बेडकर गांव की कार्य योजना की पूरी जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारियों से कहा कि अम्बेडकर गांव सहित अन्य गांवों का बुकलेट बना लिया जाय बुकलेट में एकरूपता होनी चाहिए। जो नये पट्टे होते हैं उप जिलाधिकारी उस संबंध में खण्ड विकास अधिकारी को अवश्य अवगत करायें। उप जिलाधिकारी खण्ड विकास अधिकारी अम्बेडकर गावों का 15 दिन में एक बार अवश्य निरीक्षण करें। नोडल अधिकारी जब गांव में जाय चार घंटे अनिवार्य रूप से रूके, चैपाल लगाकर लोगों की समस्याओ को सुने ,घर-घर जाकर एक-एक विन्दु का निरीक्षण करें। यह भी देखे कि बच्चे स्कूल आ रहे हैं कि नही। छात्रवृत्ति मिली की नही, स्कूलों में शौंचालय है कि नही, मध्यान्ह भोजन समय से मिल रहा है कि नही। पेंशन समय से लाभार्थियों को मिल रहा है कि नही, मनरेगा के अन्तर्गत गांव में कार्य हो रहे हैं कि नही, समय से मजदूरी मिल रही है कि नही, जो भी योजनाएं गांवों में शासन द्वारा चलायी जा रही हैं पात्र लाभार्थियों को अवश्य मिलनी चाहिए।उन्होंने कहा कि 31 जुलाई तक पेंशन धारकों के खातों में पैसा पहंुच जाना चाहिए। नोडल अधिकारी गांव में जाय तथा उन्हें बताये कि पेंशन जारी हो गया है साथ ही पासबुक पर अंकित भी करायें।
उन्होंने निर्देश दिया कि नोडल अधिकारी जब गांव में जाय तो हर विभाग के ग्राम स्तरीय अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि हरहाल में समय से अधूरे कार्य को पूरा करना है।जहां कोई दिक्कत हो जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी के संज्ञान में अवश्य लाये। नोडल अधिकारी जिस विभाग के कार्य अधूरे है संबंधित अधिकारियों से सम्पर्क कर कमियों को पूर्ण करायें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सतर्क करते हुए कहा कि निरीक्षण के दौरान अम्बेडकर गांवों में कमी पाये जाने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। सभी अधिकारी को शासन द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में पूरी जानकारी अनिवार्य रूप से होनी चाहिए। अगली बैठक में योजनाओं के बारे में पूंछा जायेगा। यदि कोई अधिकारी योजनाओं की पूर्ण जानकारी नही दे पायेगा तो उसके चरित्र पंजिका में लिखा जायेगा कि कार्यक्रमों की जानकारी है या नही। उन्होंने अधिशासी अभियंता को निर्देश दिया कि सम्पर्क मार्ग में जहां गड्ढे हो तत्काल ठीक कराये। उचित दूरी पर वृक्षारोपण मनरेगा के तहत कराया जाय। अम्बेडकर गांव में मेडिकल कैम्प लगवाया जाय,यदि आस-पास चिकित्सालय नही है। कैम्प आकर्षक एवं प्रभावी होना चाहिए। इसके लिए मुख्य चिकित्साधिकारी कोई एक दिन निर्धारित कर लें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि गांव में जब जाय सरकारी योजनाओं के बारे में गांव वालों को विस्तृत जानकारी दें। उन्होंने कहा कि अम्बेडकर गांव में समग्र विकास किया जाना है इसलिए अधिकारीगण संकल्प लें कि शासन की जो नीतियां योजनाएं है उसको समय से हरहालत में पूरा करेगे। नोडल अधिकारी यह भी देखें कि गांव में जो पात्र लाभार्थी है उनको जो सुविधा मिलनी चाहिए मिल रही है कि नही। पात्र लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ हरहालत में मुहैया करायी जाय। बालिका आर्शीवाद योजना में पात्र लाभार्थी का लाभ समय से नही दिया गया तो बाल विकास परियोजना अधिकारी /कार्यक्रम अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। यह भी नोडल अधिकारी देख लें कि जाबकार्ड यदि प्रधान या किसी दूसरे के पास पाया जाय तो उनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराया जाय। गांव में चिन्हित कर गुण्डों के खिलाफ कार्यवाही की जाय ताकि कोई भी व्प्यक्ति लड़कियों एवं महिलाओं पर छीटाकसी न कर सके। अपराध अत्याचार विल्कुल स्वीकार नही है।
जिलाधिकारी गौरव दयाल ने आयुक्त महोदय को आश्वस्त किया कि जो भी निर्देश आदेश आप द्वारा दिया गया है सभी अधिकारीगण उसका पालन करेगे।
बैठक में पुलिस अधीक्षक एसकेभगत, मुख्य विकास अधिकारी हमीद उल्लाह, अपर जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय, पीडी जावेद अख्तर जैदी,डीडीओ तेज प्रताप मिश्र,उप निदेशक कृषि एस.एन.दूबे,जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी डा0 राम नरायन यादव सहित समस्त उप जिलाधिकारी ,खण्ड विकास अधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
उक्त बाते मण्डलायुक्त वाराणसी मण्डल अजय कुमार उपाध्याय ने जनपद स्तरीय अधिकारियों नोडल अधिकारियों से कलेक्टेªट सभाकक्ष में समीक्षा बैठक के दौरान कही। अम्बेडकर गांव में जो कार्य हो रहे हैं खण्ड विकास अधिकारी तथा संबंधित उप जिलाधिकारी अवश्य निरीक्षण करते रहें। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी को अम्बेडकर गांव की कार्य योजना की पूरी जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारियों से कहा कि अम्बेडकर गांव सहित अन्य गांवों का बुकलेट बना लिया जाय बुकलेट में एकरूपता होनी चाहिए। जो नये पट्टे होते हैं उप जिलाधिकारी उस संबंध में खण्ड विकास अधिकारी को अवश्य अवगत करायें। उप जिलाधिकारी खण्ड विकास अधिकारी अम्बेडकर गावों का 15 दिन में एक बार अवश्य निरीक्षण करें। नोडल अधिकारी जब गांव में जाय चार घंटे अनिवार्य रूप से रूके, चैपाल लगाकर लोगों की समस्याओ को सुने ,घर-घर जाकर एक-एक विन्दु का निरीक्षण करें। यह भी देखे कि बच्चे स्कूल आ रहे हैं कि नही। छात्रवृत्ति मिली की नही, स्कूलों में शौंचालय है कि नही, मध्यान्ह भोजन समय से मिल रहा है कि नही। पेंशन समय से लाभार्थियों को मिल रहा है कि नही, मनरेगा के अन्तर्गत गांव में कार्य हो रहे हैं कि नही, समय से मजदूरी मिल रही है कि नही, जो भी योजनाएं गांवों में शासन द्वारा चलायी जा रही हैं पात्र लाभार्थियों को अवश्य मिलनी चाहिए।उन्होंने कहा कि 31 जुलाई तक पेंशन धारकों के खातों में पैसा पहंुच जाना चाहिए। नोडल अधिकारी गांव में जाय तथा उन्हें बताये कि पेंशन जारी हो गया है साथ ही पासबुक पर अंकित भी करायें।
उन्होंने निर्देश दिया कि नोडल अधिकारी जब गांव में जाय तो हर विभाग के ग्राम स्तरीय अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि हरहाल में समय से अधूरे कार्य को पूरा करना है।जहां कोई दिक्कत हो जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी के संज्ञान में अवश्य लाये। नोडल अधिकारी जिस विभाग के कार्य अधूरे है संबंधित अधिकारियों से सम्पर्क कर कमियों को पूर्ण करायें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सतर्क करते हुए कहा कि निरीक्षण के दौरान अम्बेडकर गांवों में कमी पाये जाने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। सभी अधिकारी को शासन द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में पूरी जानकारी अनिवार्य रूप से होनी चाहिए। अगली बैठक में योजनाओं के बारे में पूंछा जायेगा। यदि कोई अधिकारी योजनाओं की पूर्ण जानकारी नही दे पायेगा तो उसके चरित्र पंजिका में लिखा जायेगा कि कार्यक्रमों की जानकारी है या नही। उन्होंने अधिशासी अभियंता को निर्देश दिया कि सम्पर्क मार्ग में जहां गड्ढे हो तत्काल ठीक कराये। उचित दूरी पर वृक्षारोपण मनरेगा के तहत कराया जाय। अम्बेडकर गांव में मेडिकल कैम्प लगवाया जाय,यदि आस-पास चिकित्सालय नही है। कैम्प आकर्षक एवं प्रभावी होना चाहिए। इसके लिए मुख्य चिकित्साधिकारी कोई एक दिन निर्धारित कर लें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि गांव में जब जाय सरकारी योजनाओं के बारे में गांव वालों को विस्तृत जानकारी दें। उन्होंने कहा कि अम्बेडकर गांव में समग्र विकास किया जाना है इसलिए अधिकारीगण संकल्प लें कि शासन की जो नीतियां योजनाएं है उसको समय से हरहालत में पूरा करेगे। नोडल अधिकारी यह भी देखें कि गांव में जो पात्र लाभार्थी है उनको जो सुविधा मिलनी चाहिए मिल रही है कि नही। पात्र लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ हरहालत में मुहैया करायी जाय। बालिका आर्शीवाद योजना में पात्र लाभार्थी का लाभ समय से नही दिया गया तो बाल विकास परियोजना अधिकारी /कार्यक्रम अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। यह भी नोडल अधिकारी देख लें कि जाबकार्ड यदि प्रधान या किसी दूसरे के पास पाया जाय तो उनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराया जाय। गांव में चिन्हित कर गुण्डों के खिलाफ कार्यवाही की जाय ताकि कोई भी व्प्यक्ति लड़कियों एवं महिलाओं पर छीटाकसी न कर सके। अपराध अत्याचार विल्कुल स्वीकार नही है।
जिलाधिकारी गौरव दयाल ने आयुक्त महोदय को आश्वस्त किया कि जो भी निर्देश आदेश आप द्वारा दिया गया है सभी अधिकारीगण उसका पालन करेगे।
बैठक में पुलिस अधीक्षक एसकेभगत, मुख्य विकास अधिकारी हमीद उल्लाह, अपर जिलाधिकारी प्रमोद कुमार उपाध्याय, पीडी जावेद अख्तर जैदी,डीडीओ तेज प्रताप मिश्र,उप निदेशक कृषि एस.एन.दूबे,जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी डा0 राम नरायन यादव सहित समस्त उप जिलाधिकारी ,खण्ड विकास अधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।