जटिल ऑपरेशन कर डॉ आलोक ने पैरों को कटने से बचाया
सैदपुर गडौर निवासी 32 वर्षीय विनय कुमार सिपाह में अपने किसी रिश्तेदार को हॉस्पिटल में खाना पहुंचाने गया था। इसी दौरान वह ट्रक की चपेट में आ गया था। उसके पूरे दोनो पैर पूरी तरह से टूट कर चूर चूर हो गए थे ,हड्डियां टूट कर निकल गई थी । उसके परिजन आनन-फानन में कई आर्थोसर्जन के पास लेकर गये। सभी ने यही कहा कि पैर को काटना पड़ेगा। परिजन बचाने की उम्मीद लिए इधर-उधर हॉस्पिटलो मे भटकते रहे। इसी दौरान किसी से पता चला कि दुर्गा सिटी हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर नईगंज के अर्थों विशेषक डॉ आलोक कुमार यादव को दिखाएं।गंभीर रूप से घायल विनय को डा आलोक ने देखा ।उन्होंने पेशेंट के परिजनों से कहा पैर बचाने का प्रयास पूरा किया जाएगा। जटिल ऑपरेशन करने का हवाला देते हुए जुट गए, जिसमें उन्होंने एलीजारो रिंग फिक्टेर तकनीक पर लगभग 3 घंटे चले ऑपरेशन में उन्हें सफलता मिली और व्यवस्थाओं के बल पर टूटी हुई हड्डी की लंबाई को उन्होंने बढाकर विनय को चलने लायक हो गया । उसके पैर काम करना शुरू कर दिया। जिसे परिजनों को विश्वास हो गया कि धीरे-धीरे पूरी तरह से चलने लगेगे।डाक्टर के इस प्रयास के लोगों ने सराहना किया। उन्होंने हॉस्पिटल से निर्धन परिवार को भारी खर्चे से बचा लिया।